भारत-कजाकित्सान के जवानों ने आतंकवाद विरोधी सैन्य अभ्यास किया

देहरादून।  भारत और कजाकित्सान के जवानों ने शुक्रवार को उत्तराखंड के औली में आतंकवाद विरोधी सैन्य अभ्यास किया। दोनों देशों की सेनाओं के बीच यहां 30 सितंबर से संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है। यह संयुक्त अभ्यास काजिंद का आठवां संस्करण है। जहो सूर्या फॉरेन ट्रेनिंग नोड, औली में चल रहा है। सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि आतंकवाद विरोधी अभियानों पर विशेष जोर देने के साथ भारतीय और कजाकिस्तान के बलों के बीच समन्वय बढ़ाने के उद्देश्य से यह सैन्य अभ्यास किया जा रहा है। इसमें 120 कर्मियों वाली भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन और भारतीय वायु सेना के साथ-साथ सहायक सेवाओं के जवानों द्वारा किया जा रहा है। दोनो सेनाओं की टुकड़ियों ने अब तक योग, आर्मी मार्शल आर्ट रूटीन, रॉक क्राफ्ट ट्रेनिंग और स्पेशल हेलिबोर्न ऑपरेशन में भाग लिया है। योग सत्र ने दोनों टुकड़ियों के सैनिकों को शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य, आध्यात्मिक संतुलन और शारीरिक लचीलेपन को बढ़ावा देने में योग के महत्व को समझाया। भारतीय सैनिकों ने कजाकिस्तान दल के सामने आर्मी मार्शल आर्ट रूटीन में अपने कौशल का प्रदर्शन किया, जिसमें हाथों-हाथ मुकाबला करने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। रॉक क्राफ्ट प्रशिक्षण में सैनिकों को ऊबड़-खाबड़, पहाड़ी इलाकों में कार्य करने के लिए आवश्यक कौशल में दक्ष किया गया। इससे आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान कठिन वातावरण में संचालन करने की उनकी क्षमता में वृद्धि हुई। विशेष हेलिबॉर्न ऑपरेशंस के माध्यम से सैनिकों को तेजी से तैनात करने का अभ्यास कराया गया। इसमें जवानों को हेलीकॉप्टरों के माध्यम से दुश्मन के क्षेत्रों में भेजने का अभ्यास किया गया।