विकासनगर। जौनसार बावर में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के साधन विकसित करने की मांग स्थानीय लोगों ने की है। स्थानीय लोगों ने पर्यटन मंत्री को ज्ञापन भेजकर बताया कि टौंस और यमुना में रिवर राफ्टिंग की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन पर्यटन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। ज्ञापन में कहा कि प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज जौनसार बावर नैसर्गिक पर्यटन, तीर्थाटन के साथ ही साहसिक पर्यटन का केंद्र बन सकता है। लेकिन जिम्मेदार विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। यहां साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। बताया कि खूनीगाड, हनोल, त्यूणी, अटाल होते हुए मीनस, क्वानू, कोटी इच्छाड़ी तक टौंस नदी बहती है, इसमें रिवर राफ्टिंग की अपार संभावनाएं हैं। हनोल, शटंगधार, मैंद्रथ, रगवाड़, खूनीगाड, त्यूणी, रिशाणू, अणू, चाजोई आदि गांव टौंस किनारे बसे हुए हैं। वन विभाग और पर्यटन विभाग मिलकर टौंस में रिवर राफ्टिंग योजना पर काम कर सकते हैं, इससे क्षेत्र में पर्यटन के माध्यम से रोजगार बढ़ेगा। त्यूणी से सटे उत्तरकाशी के मोरी, शांदरा, खूनीगाड तक रिवर राफ्टिंग हो रही है, इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है। ग्रामीणों ने जौनसार बावर क्षेत्र के अंतर्गत टौंस और यमुना में भी इस तरह की सुविधा विकसित करने की मांग की है। ज्ञापन भेजने वालों में पूर्व प्रधान रामलाल सेमवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य कांतिराम नौटियाल, सतपाल, हरीश, प्रदीप कुमार, नरेंद्र, नरेश, प्रमोद, प्रमेश, यशपाल, गणेश, सरदार सिंह, रणवीर सिंह आदि शामिल रहे।




