पिथौरागढ़। राज्य आंदोलनकारी और पूर्व छात्र नेता निर्मल पंडित को 27 वीं पुण्यतिथि पर याद किया गया। यहां विभिन्न संगठनों के लोगों ने उनकी प्रतिमा में माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान लोगों ने उन्हें महान आंदोलनकारी बताते हुए उनके कामों को आगे ले जाने का संकल्प प्रकट किया। शुक्रवार को यहां रामलीला मैदान के समीप स्थित शहीद स्मारक पर विभिन्न संगठनों के लोग एकत्रित हुए। सामाजिक सरोकारों से जुड़े जुलग किशोर पाण्डे के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा, निर्मल पंडित में छात्र जीवन से ही नेतृत्व की क्षमता भरी हुई थी। वे एलएसएम महाविद्यालय में एक बार छात्र संघ के अध्यक्ष और दो बार महासचिव रहे। उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया और शराब ठेके की नीलामी के विरोध में 1998 में आत्मदाह कर अपनी अंतिम सांस ली। इससे पूर्व मेयर कल्पना देवलाल के साथ कई प्रमुख लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी भाव पूर्ण श्रद्धांजलि प्रकट की। कार्यक्रम में डीएन भट्ट, ललित शौर्य, डॉ.गुरुकुलानन्द कच्चाहारी, बिशन सिंह माहरा,पार्षद नीरज जोशी, त्रिलोक महर, केएस भाटिया, राजेन्द्र देवलाल, नितिन सागर, ललित अधिकारी, रमेश बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी गोपू महर, जीवन कापड़ी, सुरेश सुरीला आदि मौजूद रहे।




