चूड़धार में शाही स्नान के बाद देव पालकियों ने क्वानू में किया रात्रि प्रवास
विकासनगर। सिमोग मंदिर से चूड़धार गए शिलगुर, विजट और चूड़ेश्वर महाराज की देव पालकियां शाही स्नान के बाद बुधवार को क्वानू पहुंच गई। जहां ग्रामीणों ने तीनों देवताओं की पूजा अर्चना कर खुशहाली की मन्नतें मांगी। ग्रामीणों ने धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए विधि विधान से पूजा अर्चना की। रात भर पारंपरिक गीतों पर लोकनृत्य किया गया। सिमोग मंदिर से 17 जून को तीनों देवताओं की देव पालकियों ने चूड़धार के लिए प्रस्थान किया था। चार रात्रि प्रवास के बाद 21 जून को चूड़धार में देव पालकियों को शाही स्नान कराया गया। इसके बाद देव पालकियों ने सिमोग मंदिर के लिए प्रस्थान किया। बुधवार को देव पालकी रात्रि प्रवास के लिए क्वानू पहुंची। ग्रामीणों की ओर से देव पालकियों के साथ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई। गांव की सीमा में देव पालकियों के प्रवेश करते हुए ग्रामीणों में देव दर्शनों के लिए होड़ लग गई। हर कोई देव पालकी को कांधा देकर पुण्य अर्जित करना चाहता था। देव पालकियों के साथ यात्रा कर रहे देव माली भीम सिंह चौहान ने बताया कि यात्रा के दौरान हर पड़ाव पर ग्रामीणों ने देव पालकियों का भव्य स्वागत किया। हर जगह देवता के सामने ग्रामीण सर झुका कर आशीर्वाद लेने के लिए आतुर रहे। उन्होंने बताया कि कई गांवों में रात्रि विश्राम के बाद 25 जून को सिमोग मंदिर में विराजमान होंगी, जिसके बाद मंदिर में जागड़ा पर्व मनाया जाएगा। देव पालकी के साथ यात्रा में बजीर कुंवर शर्मा, पुजारी इंद्र सिंह, विक्रम शर्मा, प्रेमदत्त भंडारी, रमेश शर्मा, दयाराम चौहान, श्रीचंद शर्मा, ज्ञान सिंह, लायक राम, केशर नेगी, शूरवीर चौहान, साधुराम आदि शामिल हैं।