कोरोना की जंग में वैक्सीनेशन एक अरब पार से देश ने रचा इतिहास

नई दिल्ली (आरएनएस)। कोरोना के खिलाफ जंग में भारत ने इतिहास रच दिया है। देश में वैक्सीनेशन का कुल आंकड़ा 100 करोड़ के पार चला गया है। सबसे बड़ी बात ये है कि सिर्फ 278 दिन में भारत ने यह आंकड़ा पार कर लिया है। इनमें से 70,82,81,784 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है. जबकि 29,16,28,140 लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। वहीं वैक्सीनेशन के मामले में भारत सिर्फ चीन से पीछे है। चीन अन्य देशों के मुकाबले बहुत आगे चल रहा है। भारत से नीचे अमेरिका, रूस और ब्रिटेन चल रहा है।
देश में गुरुवार तक कोरोना रोधी टीके की 100 करोड़ डोज लगाई जा चुकी है। 75 फीसदी आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है। यह इतिहास केवल 278 दिनों में रचते हुए वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार किया है, जो चीन से आगे है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 फीसदी व्यस्कों को कम से कम एक टीका लग चुका है, जबकि 31 फीसदी आबादी को दोनों डोज लग चुके हैं।  अब तक अंडमान और निकोबार आइलैंड, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लक्ष्यद्वीप, सिक्किम, उत्तराखंड और दादरा व नगर हवेली में 18 साल या इससे अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना रोधी टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है।  जिन पांच राज्यों में सर्वाधिक संख्या में टीके लगाए गए हैं, उनमें पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र, तीसरे पर पश्चिम बंगाल, चौथे पर गुजरात और पांचवें स्थान पर मध्य प्रदेश है। मांडविया ने एक ट्वीट करके देश को यह उपलब्धि हासिल करने पर बधाई दी और कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व का परिणाम है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि 100 करोड़ डोज लगने के बाद हम उन सभी लोगों को दूसरी खुराक लगाने के लिए मिशन मोड में काम करेंगे, जिन्हें पहली खुराक मिल चुकी है, ताकि कोविड-19 के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित हो।स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना रोधी टीकों की कुल 103.5 करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध कराई जा चुकी है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास 10.85 करोड़ टीके इस समय स्टॉक में हैं। देश में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी और सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षित किया गया। फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए 2 फरवरी से टीकाकरण की शुरुआत हुई तो अगले चरण में 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों को टीका लगने की शुरुआत हुई। 1 अप्रैल से 45 या इससे अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगने लगा तो 1 मई से सभी व्यस्कों को सुरक्षित करने का अभियान शुरू हुआ।

सामूहिक भावना की जीत : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक दी गई खुराक की संख्या 100 करोड़ के पार पहुंचने पर कहा कि भारत ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने टीकाकरण की इस उपलब्धि को भारतीय विज्ञान, उद्यमों और 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक भावना की जीत करार दिया। मोदी देश के यह उपलब्धि हासिल करने के मौके पर राम मनोहर लोहिया अस्पताल भी पहुंचे। उन्होंने वहां अस्पताल के अधिकारियों के साथ बातचीत की। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी उनके साथ मौजूद थे।

बनारस के दिव्यांग को लगा 100 करोड़वां टीका
कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से बात की। यहां पीएम मोदी के सामने ही बनारस के दिव्यांग अरुण रॉय को 100करोड़वां डोज लगाया गया है। इतना ही नहीं इस दौरान पीएम मोदी ने एक नर्स से भी मुलाकात की पूछा कि क्या टीका लगवाने वाला कोई ऐसा शख्स भी आया, जिसे दर्द हुआ हो या चिल्लाया हो।