देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल समीक्षा बैठक में जिलाधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों से राज्य के विकास कार्यों, जन शिकायतों के निस्तारण और प्रशासनिक सुधारों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य स्थापना की रजत जयंती पर सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने “एक जिला, एक मेला” अभियान को स्थानीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाला बताया और चयनित मेलों को राजकीय मेला घोषित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही हर ब्लॉक में एक “आध्यात्मिक गाँव” विकसित करने की योजना रखी गई, जिसमें योग, आयुर्वेद और ध्यान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत सीमांत गांवों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने, शीतकालीन चारधाम यात्रा की तैयारियाँ तेज करने, और पर्यटन निगमों को विशेष छूट पैकेज तैयार करने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री ने जीआई टैग उत्पादों को निर्यात योग्य बनाने, सीएसआर फंड का जनहित में उपयोग, और शहरों की स्वच्छता व सुंदरता बनाए रखने पर भी जोर दिया। साथ ही राज्य की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने और यातायात जाम की समस्या का समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी निगरानी, नशा मुक्ति अभियान, और स्थायी निवासी प्रमाण पत्रों की जांच के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा अभिनव कुमार, कुमाऊं मण्डल आयुक्त दीपक रावत सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तराखण्ड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की दिशा में धामी सरकार का बड़ा विजन











