असम में दूसरी बार डबल इंजन की बनेगी सरकार : मोदी
नई दिल्ली, 21 मार्च (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार किया। अब ये तय हो गया है-असम में दूसरी बार भाजपा सरकार। बोकाखाट में जनसभा को संबोधित करते हुए आज मैं यहां बैठी हमारी सभी माताओं, बहनों, बेटियों को आदरपूर्वक कह सकता हूं कि आपने जिस जिम्मेदारी और जिन उम्मीदों के साथ भाजपा की सरकार चुनी थी, उसे पूरा करने के लिए हमने जी-जान से मेहनत की है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस राज में सवाल था कि ब्रह्मपुत्र के दोनों किनारों के बीच आपस में कनेक्टेविटी कैसे बढ़े? बीजेपी के सेवाकाल में ब्रह्मपुत्र पर आधुनिक पुल बन रहे हैं, पुराने अधूरे पुलों को पूरा किया जा रहा है। कांग्रेस मतलब झूठे घोषणापत्र की गारंटी। कांग्रेस मतलब कंफ्यूजन की गारंटी। कांग्रेस मतलब अस्थिरता की गारंटी। कांग्रेस मतलब, बम, बंदूक और ब्लॉकेड की गारंटी। कांग्रेस मतलब हिंसा और अलगाववाद की गारंटी। कांग्रेस मतलब भ्रष्टाचार की गारंटी, घोटालों की गारंटी। मोदी ने आगे कहा कि काजीरंगा सहित हमारे तमाम अभ्यारण्य, हमारे वनक्षेत्र, हमारी धरोहर भी हैं, पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी हैं और रोजी रोटी के साधन भी हैं। मुझे खुशी है कि बीते 5 साल में असम में वनक्षेत्र में वृद्धि हुई है। असम दर्शन के तहत 9,000 से ज्यादा सत्रों, नामघरों और आस्था से जुड़े दूसरे स्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने का काम भी भाजपा और एनडीए की सरकार ने किया है। असम की एक और बहुत बड़ी ताकत है पेट्रोलियम और इससे जुड़े उद्योग। दशकों तक कांग्रेस असम के इस सामर्थ्य पर भी बैठी रही। बीते 6 साल में तेल और गैस के सेक्टर में असम में 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है। मोदी ने कहा कि आज से 90 साल से भी पहले अग्रेजों ने एक कानून बनाकर बैंबू को वृक्ष की कैटेगरी में डाल दिया था। ये कानून प्राइवेट जमीन पर उगाए गए बैंबू को काटने, उनके ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगाता था। आजादी के बाद भी 70 साल तक ये कानून ऐसे ही चला। अब जब केंद्र में बीजेपी सरकार है और राज्य में भी बीजेपी सरकार है, तो डबल इंजन की ताकत असम को तेजी से आगे बढ़ा रही है। अब हाईवे बनाने पर डबल ताकत से काम हो रहा है क्योंकि राज्य सरकार भी असम को देश से जोड़ रही है और केंद्र सरकार भी। 50 साल से ज्यादा असम पर राज करने वाले लोग आजकल असम को पांच गारंटी दे रहे हैं। असम के लोग इनकी रग-रग से वाकिफ हैं। इन लोगों को झूठे वायदे करने की, झूठे घोषणापत्र बनाने की आदत पड़ गई है।