देहरादून। आयुर्वेद विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकों ने चिकित्सा कार्यों को छोड़कर बाकी सभी कार्यों का शनिवार से बहिष्कार शुरू कर दिया है। शिक्षक पिछले चार महीने से रुके हुए वेतन को जारी करने की मांग कर रहे हैं। आंदोलनरत शिक्षकों ने पहले दिन कुलसचिव के साथ ही परिसर निदेशकों का घेराव भी किया। वेतन नहीं मिलने से खफा आयुर्वेद विश्वविद्यालय टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से पूर्व में आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। शनिवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत ऋषिकुल, गुरुकुल और मुख्य परिसर के सभी शिक्षकों ने चिकित्सा कार्यों को छोड़कर अन्य सभी कार्यों का पूर्ण बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शित किया। कुलसचिव एवं परिसर निदेशकों का घेराव भी किया गया। एसोसिएशन ने कहा कि यह अत्यंत अमानवीय है कि पिछले चार महीने से उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है। शिक्षक कर्मचारियों के प्रति विवि प्रशासन का रवैया उदासीन है और ऐसे में उन्हें आंदोलन के लिए उतरना पड़ रहा है। अगर अभी भी वेतन जारी नहीं किया जाता है तो शिक्षक आंदोलन को उग्र करेंगे। प्रदर्शन में प्रो. पंकज शर्मा, प्रो. उत्तम शर्मा, प्रो. मीना रानी, प्रो.अनूप कुमार गक्कड़ डॉ. मयंक भट्टकोठी, डॉ. देवेश शुक्ला डॉ. शोभित कुमार, डॉ. संजय त्रिपाठी, डॉ. अवधेश कुमार मिश्रा, शिखा पांडे, दीपशिखा, शीतल वर्मा, अंजलि वर्मा, भावना मित्तल, आलोक श्रीवास्तव, डॉ. नंदकिशोर दधीच, डॉ. राजीव, डॉ. रिचा, डॉ.आकांक्षा समेत अन्य मौजूद रहे।