विकासनगर। देश की आजादी की लड़ाई में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूत शहीद केसरी चंद का 106वां जन्मोत्सव शनिवार को पूरे क्षेत्र में बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। सरस्वती विद्या मंदिर डाकपत्थर में आयोजित कार्यक्रम में शहीद केसरी चंद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और राष्ट्र की सेवा में उनके समर्पण को अविस्मरणीय बताया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा के पूर्व सूचना अधिकारी भारत चौहान ने कहा कि शहीद केसरी चंद का योगदान भारतवर्ष हमेशा सम्मानपूर्वक याद रखेगा। उन्होंने बताया कि शहीद केसरी चंद का जन्म एक नवंबर 1920 को जौनसार-बावर क्षेत्र के क्यावा गांव में हुआ था। बचपन से ही वे देशभक्ति और स्वतंत्रता की भावना से ओतप्रोत थे। युवावस्था में उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज का हिस्सा बनकर देश की आजादी की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाई। ब्रिटिश हुकूमत ने उन्हें देशद्रोह का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया और तीन मई 1945 को फांसी दे दी। उनका यह बलिदान न केवल जौनसार-बावर बल्कि, पूरे भारतवर्ष के लिए गर्व का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि शहीद केसरी चंद जौनसार की माटी के ऐसे वीर थे जिन्होंने आजादी के सपने को हकीकत में बदलने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे शहीद केसरी चंद जैसे महान व्यक्तित्वों के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में शहीदों के आदर्शों को जीवन में अपनाना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम में जौनसार बाबर की परंपरागत वेशभूषा पहुंचकर महिलाएं भी उपस्थित रहीं। इस दौरान डॉ. जगमोहन सिंह तोमर, डॉ. मुन्ना राम शर्मा, विद्यालय के प्रधानाचार्य अनुसूया प्रसाद जखमोला, डॉ. राजेश कैसल, डॉ. अनुपम बड, चंदन सिंह, कमलेश, दीपक रावत, फकीरचंद, मुकेश त्यागी आदि उपस्थित रहे। — रामताल गार्डन में दी श्रद्धांजलि चकराता। शहीद केसरी चंद की जयंती पर शहीद केसरी चंद स्मारक समिति के तत्वावधान में समिति के सदस्यों ने रामताल गार्डन स्थित शहीद स्मारक पहुंच शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि शहीद केसरी चंद ने सर्वोच्च बलिदान देकर क्षेत्र के साथ देश की शान बढ़ाई थी। आज के युवाओं को शहीद को नमन करते हुए उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। इस मौके पर शहीद केसरी चंद स्मारक समिति के कोषाध्यक्ष सज्जू आर्य, प्रदीप तोमर, दिनेश जोशी, खजान तोमर आदि मौजूद रहे।




