वैक्सीनेशन के बाद एसएसबी जवान और दो स्वास्थ्य कर्मी मिले कोरोना पॉजिटिव

देहरादून। उत्तराखंड के चंपावत जिले में एसएसबी का एक जवान कोरोना वैक्सीनेशन के बाद भी पॉजिटिव निकला है। जवान को 11 फरवरी को चम्पावत जिला अस्पताल में कोविड टीका ‘कोविशील्ड’ लगाया गया था। सोमवार को पंजाब से लौटने पर जवान का एंटीजन टेस्ट किया गया, जिसमें उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। एसएसबी पंचम वाहिनी में तैनात पंजाब निवासी उक्त जवान 11 फरवरी को टीके की पहली डोज लगाने के दो दिन बाद छुट्टी पर अपने घर गया था। सोमवार को वाहिनी में उसकी वापसी पर उसका एंटीजन टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉ. मनीष बिष्ट ने बताया कि जवान की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सीएमओ डॉ.आरपी खंडूरी ने बताया कि मंगलवार को ट्रूनेट जांच की जाएगी। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
वहीं दूसरी ओर, पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाने के बावजूद दो स्वास्थ्यकर्मी पॉजिटिव मिले हैं। सोमवार को मिली आरटीपीसीआर रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। दोनों ही टीका लगवाने के 24 दिन बाद कोरोना संक्रमित महिला के संपर्क में आए थे। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दूसरी डोज के बाद ही वैक्सीन पूरी तरह कारगर होती है। मुनस्यारी सीएचसी में 26 फरवरी को कोलकाता की एक महिला पर्यटक को भर्ती किया गया था। महिला की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एहतियातन इलाज में जुटे सभी स्वास्थ्यकर्मियों के आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए थे, जिसमें दो स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
कोरोना मरीज के संपर्क में आने के पांच दिन बाद इन स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की दूसरी डोज लगाई गई। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. पंकज चंदोला ने बताया कि 26 फरवरी को स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित के संपर्क में आए थे। तीन मार्च को दोनों कर्मियों को दूसरी डोज लगाई गई। पिथौरागढ़ के सीएमओ डॉ. एचसी पंत कहते हैं कि यह पहले से स्पष्ट है, कि टीके की दूसरी डोज के दो हफ्ते बाद ही संबंधित को कोरोना से सुरक्षा मिलती है। पहली डोज लगाने के बाद भी संक्रमण हो सकता है। मुनस्यारी में स्वास्थ्यकर्मी भी टीके की पहली डोज लगाने के बाद संक्रमित के संपर्क में आए थे।